राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने तीन दिवसीय देहरादून दौरे के तहत शुक्रवार को राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान [एनआईईपीवीडी] पहुंचीं। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान के छात्रों से संवाद किया।
कार्यक्रम के दौरान जब बच्चों ने उन्हें गीत के माध्यम से जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं, तो राष्ट्रपति भावुक हो उठीं। बच्चों का स्नेह और आत्मीयता से भरा यह gesture कार्यक्रम का सबसे मार्मिक क्षण बन गया।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह [सेनि] भी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रपति और अन्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
राष्ट्रपति का यह दौरा न सिर्फ आधिकारिक था, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से भी भरपूर रहा।
राष्ट्रपति ने दृष्टिबाधित छात्रों के साथ सहज बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे मिलन हमें मानवीय संवेदनाओं से जोड़ते हैं और एक समावेशी समाज का निर्माण करते हैं।
दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण पर बल उन्होंने दिव्यांग युवाओं की क्षमताओं की सराहना की और कहा कि यह संस्थान उन्हें आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में आशाजनक कार्य कर रहा है।
छात्रों द्वारा दी गई जन्मदिन की शुभकामनाओं का महत्व
जब छात्रगण गीत “बार बार दिन ये आए…” के माध्यम से उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हैं, तो उन्होंने इसे बेहद मार्मिक और स्नेहपूर्ण पल बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षण आत्मीयता और मानवता के वास्तविक चेहरे को उजागर करते हैं।
