रिपोर्ट : राहुल बहल
हिमांशु चमोली जैसे छुटभईये नेताओं की भरमार पछवादून में भी है। कमाल की बात यह की भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकारों में ऐसे लोग फलते फूलते रहते हैं, क्योंकि अभी भाजपा की सत्ता चल रही है तो इसलिए इस तरह के भाजपा वाले नेता सक्रिय हैं, जो सत्ता में अपनी पकड़ का रौब जनता पर झाड़ते रहते हैं और लोग इनके बहकावे में भी आ जाते हैं, ये जनता का शोषण तो करते ही हैं सरकार की साख को भी भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
खुद को बड़े बड़ो का खास साबित कर अधिकारियों को भी अपनी राह लगा लेते हैं। बड़े कमाल कि बात यह कि ऐसे लोगों की पकड़ सच में सीधा उपर तक रहती है। समझ में ये नहीं आता कि आखिर इनकी पकड़ उपर तक इतनी मजबूत हो कैसे जाती है। ऐसे लोगों की सामत तब आती है जब इनका कोई कांड हो जाता है। उससे पहले जब तक इनकी गाड़ी चल रही है तब तक चल रही है। प्रदेश का दुर्भाग्य यह की समय रहते ऐसे लोगों को कभी चिन्हित नहीं किया जाता उल्टा पोषण किया जाता है जबकि ये लोग सबसे बड़ा खतरा अपने उन आकाओं के लिये ही हैं जिनका इन्हें संरक्षण प्राप्त होता है क्योंकि बाद में फजीहत उनकी ही होती है जैसा की हिमांशु चमोली मामले में देखने को मिल रहा है।
