रिपोर्ट : राहुल बहल
सहसपुर विधानसभा सीट के सेलाकुई में पहली बार हो रहे निकाय चुनाव में चौंकाने वाला परिणाम सामने आया है। भाजपा के गढ़ माने जाने वाले सेलाकुई नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी सुमित चौधरी ने बंपर जीत दर्ज की है उन्हें कुल 5557 वोट मिले उन्होंने भाजपा प्रत्याशी भगत सिंह राठौर को 2281 वोटो के भारी अंतर से पटखनी दी है।
यहाँ भाजपा अध्यक्ष पद पर तो चारों खाने चित हुई ही है बल्कि यहाँ के 9 वार्डों में भी भाजपा के हाथ कुछ खास नहीं लगा भाजपा केवल 3 वार्ड जीतने में ही सफल रही जबकि यहाँ 6 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशीयों ने जीत दर्ज कर भाजपा को ठेंगा दिखाया है। जबकि सेलाकुई सीट पर मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से लेकर भाजपा के बड़े बड़े नेता प्रचार प्रसार कर रहे थे बावजूद इसके सेलाकुई में भाजपा की मट्टी पलीत हो गई है।
दरअसल सेलाकुई में भाजपा की ओर से अव्यवस्था ही अव्यवस्था देखने को मिली। चुनावी रणनीति में माहिर भाजपा एक बार भी सेलाकुई के चुनाव में पकड़ बनाते नहीं दिखी। ऐसा लग रहा था जैसे चुनाव के दौरान भाजपा के नेता सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हों। चुनाव जीतने का आत्मविश्वास कहीं नहीं दिखा भाजपा के कर्ताधर्ता ना अध्यक्ष पद बचा और नाही वार्ड बचा पाए प्रबंधन की बड़ी कमी सेलाकुई में भाजपा की ओर से देखने को मिली हालांकि सेलाकुई अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को छोड़ कर वार्डों में सभी नोसिखिया थे।
वहीं दूसरी ओर निर्दलीय प्रत्याशीयों ने दमखम दिखाया और जीत हासिल की। दरअसल अध्यक्ष पद पर सुमित चौधरी लंबे समय से तैयारी कर रहे थे और उन्हें सेलाकुई के गली मोहल्ले का अच्छा अनुभव है। अपने जिला पंचायत सदस्य के चुनाव को जीतने का उनका अनुभव उनके काम आया। सेलाकुई के चुनाव में जिस तरह का मजबूत प्रचार प्रसार और प्रबंधन सुमित चौधरी का देखा गया वो सभी को चौंका रहा था। हालांकि उनके पास भी जो टीमें थी उन्हें चुनाव का कोई ज्यादा अनुभव नहीं था लेकिन चुनाव के बुनियादी तौर तरीकों से ही वह जीत गये युवाओं का बड़ा हुजूम उनके साथ था। वैसे सेलाकुई के इस चुनाव में सेलाकुई में स्थित कूड़ा प्लांट का मुद्दा भी छाया रहा भाजपा को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा।
