रिपोर्ट : राहुल बहल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुँच चुके हैं लिहाजा उत्तराखण्ड में राजनैतिक हलचल थोड़ी तेज हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है जिसका कारण प्रदेश के कुछ दिनों से बिगड़ते राजनैतिक हालात को माना जा रहा है।
जन भावनाएं और जन दबाव सरकार एवं भाजपा संगठन पर भारी पड़ता दिख रहा है लिहाजा ऐसी स्थिति में कड़े फैसले लिये जा सकते हैं। हालांकि इस क्रम में 2027 विधानसभा चुनावों को भी मद्देनजर रखा जा रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि मंत्रीमंडल से तीन मंत्री विभिन्न कारणों के चलते इस्तीफा दे रहे हैं तो वहीं पाँच विधायकों को मंत्रीमंडल में स्थान दिया जा सकता है, जिसमें कि दो गढ़वाल और दो कुमाऊँ एवं एक हरिद्वार से होने कि संभावना है, बहरहाल संभावित नाम खोलना जल्दबाजी होगी लेकिन विकासनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायक मुन्ना सिंह चौहान के करीबी लोग एक बार फिर खासे उत्साहित देखे जा रहे हैं, इस विषय पर मिश्रित चर्चाएँ एवं दावे देहरादून से विकासनगर तक सुनने को मिल रहे हैं। निश्चित ही विधायक मुन्ना सिंह चौहान की काबिलियत उनका अनुभव और उनकी ज्ञानवान क्षमता पर किसी को कोई शक नहीं है और उन्हें उत्तराखण्ड में कैबिनेट मंत्री होना ही चाहिए लेकिन सवाल भाजपा संगठन में उनकी भूमिका को लेकर खड़े होते आएं हैं, जिसपर उन्होंने मजबूती से कार्य भी किया है, पिछले कुछ समय से वो खुद को संगठन में कितना साबित कर पाये हैं, भाजपा संगठन में उनकी जड़े कितनी मजबूत हुई हैं और क्या भाजपा संगठन के विश्वास की कसौटी पर वह अब खरे उतर रहे हैं ? उनका मंत्री बनना सिर्फ इस बात पर ही निर्भर करेगा।
