रिपोर्ट : राहुल बहल
जौनसार बावर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर जजरेड पहाड़ी से आने वाला मलबा इस मुख्य मार्ग के लिए अभिशाप बना हुआ है
करोड़ों खर्च दिये लेकिन जजरेट का स्थानीय समाधान नहीं हो पाया। पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण आज सुबह से ही एक बार फिर जजरेट में पहाड़ी से मलबा आ गया और दोनों और सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गई ऐसे में बहुत से अध्यापक विद्यालय नहीं पहुंच पाये वहीं कुछ छात्रों की साहिया पीजी कॉलेज में 9 बजे से परीक्षा थी वह भी परीक्षा देने नहीं पहुंच पाए हालांकि कई घंटे बाद PWD द्वारा JCB मशीन से कड़ी मशक्कत कर मार्ग खोल दिया गया है। इसी तरह का घटनाक्रम शुक्रवार को भी देखने को मिला था जहाँ सड़क बंद होने और बारिश के चलते कई घंटे लोग अपने वाहनों में ही दुबके रहे।
