रिपोर्ट : राहुल बहल
चकराता के चिरमिरी टाॅप में आयोजित वन पंचायत सम्मेलन का उद्देश्य वन पंचायतों को सशक्त एवं मजबूत बनाने को लेकर रहा, जहाँ वनों में लगने वाली आग पर अकुंश, वनों का अवैध पातन और ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने पर जोर दिया गया। सरकार ने प्रत्येक वन पंचायत को 15-15 हजार रुपए के चेक वितरित किए और आग को बुझाने वाले उपकरण भी वन पंचायत की टीम को दिये गये। इस दौरान मंत्री सुबोध उनियाल ने वन पंचायतों के लिये सरकार की तमाम योजनाओं और उनसे मिलने वाले लाभ जनता से साझा किये उन्होंने कहा सरकार जंगल से जन कल्याण की ओर समर्पित भाव से कार्य कर रही है।
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह ने वन मंत्री से कहा कि क्षेत्र के लोगों को ब्रिटिश काल से वनों की रक्षा करने के लिए प्रत्येक गांव को माफी की लकडी दी जाती थी, लेकिन जबसे प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से क्षेत्र के लोगों को नियमित रूप से माफी की लकडी नहीं मिल पा रही है, जबकि हर साल वन निगम को चकराता के जंगलों से हजारों नग लकडी प्राप्त होती है, प्रीतम सिंह ने कहा ये मेरे क्षेत्र की जनता के हक पर डाका है जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
