रिपोर्ट : राहुल बहल
डाकपत्थर बस अड्डे के पास यमुना नदी में दिन दहाड़े टम टम (देशी जुगाड़) नदी को खोदकर ट्रैक्टर ट्राली में उपखनिज भरते देखे जा रहे हैं। ये सिलसिला दो टम टम के माध्यम से सोमवार को भी दिन भर चलता रहा।
वैसे पिछले कई दिनों से यहाँ ये नज़ारा देखने को मिल रहा है लेकिन मजाल है किसी की कोई जिम्मेदार यहाँ झाँक कर भी देख ले। इतना ही नहीं रात के वक़्त तो यहाँ स्थितियाँ और भयावह हो जाती हैं दरअसल दर्जनों ट्रैक्टर, टम टम और JCB यहाँ यमुना नदी का सीना रात भर चीरते हैं। जबकि नदी में इस जगह पर कोई खनन पट्टा भी संचालित नहीं है बावजूद इसके लंबे वक़्त से यहाँ अवैध खनन का काला कारोबार खुल्लम खुल्ला चलाया जा रहा है।
कहा जा सकता है कि इन दिनों डाकपत्थर एंव आसपास क्षेत्र में ट्रैक्टर ट्राली वालों का भौकाल अपने चरम पर है। ऐसे में खनन की खन-खन में जुटे तमाम वाहनों के शोर शराबे से लोगों का जीना भी दुश्वार हो गया है, खासकर डाकपत्थर बस अड्डे के पास वाली ऑफिसर काॅलोनी और बस अड्डे से सटे जीवनगढ के इलाके में तो लोगों की रातें काली हो गई हैं, लोगों की नींदे इन वाहनों की गड़ गड़ाहट से हराम हो गई हैं, तमाम शिकायतों के बावजूद कहीं कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
