मानसून की पहली ही बरसात में खतरे की जद में ग्रामीण।
– मानसून की पहली बारिश में ही नैनीताल जिले के रामनगर के अंतर्गत पढ़ने वाले साँवल्दे पूर्वी में साँवल्दे नदी ने पहली बारिश में ही दिखाया अपना रोद्र रूप, साँवल्दे नदी आज दोपहर इतने उफान पर थी
कि उसने तटबंद को भी बहाने पर उतावली थी,लगातार कटाव से ग्रामीणों में डर का माहौल है,ग्रामीणों ने मजबूत तटबंध बनाने की प्रशासन से की मांग।
-बता दें कि आज दोपहर नैनीताल जिले की अलग-अलग क्षेत्र में मूसलधार बारिश हुई जिससे नैनीताल जिले के कई क्षेत्रों में नदी नाले उफान पर आए,वहीं रामनगर विधानसभा के अंतर्गत पड़ने वाली सांवल्दे पूर्वी क्षेत्र में भी सांवल्दे नदी उफान पर आ गयी,नदी ने इतना रौद्र रूप दिखाया कि इसका जलस्तर नदी के पास में रह रहे लगभग 50 से ज्यादा घरों के लिए खतरा बन गया
,नदी का जलस्तर लगातार कटाव कर रहा था, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा हो गया, सांवल्दे पूर्वी के नदी किनारे रह रहे ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर कटाव करते हुए ऊपर आबादी तक पहुंच गया,जिससे ग्रामीणों ने उस क्षेत्र से निकलने की तैयारियां शरू कर दी पर गनीमत रही कि वर्षा रुक गयी जिससे सांवल्दे नदी का बहाव कम हो गया।
ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि लगातार कटाव हो रहा है,जिससे नदी कटाव करते हुए आबादी की तरफ आने का खतरा बना हुआ है, उन्होंने तुरंत इस इलाके में तटबंध बनाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है,साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि अगर रात बारिश हुई तो सांवल्दे नदी का पानी आबादी की तरफ आ सकता है
जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है,उन्होंने कहा कि उन्हें आज इतना डर है कि रात बारिश होने पर सो नहीं पाएंगे।
वही मामले में रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने कहा कि वह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र में आता है,उन्होंने कहा कि जल्द ही उसे क्षेत्र में तटबंद बनाने को लेकर वन विभाग को कहा जाएगा क्योकि वह क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है उन्होंने कहाँ कि जल्द ही वन विभाग के जरिये उस क्षेत्र में तटबंध बनाया जाएगा।

