हरिद्वार में जानलेवा मांझे से बाइक सवार अधेड़ व्यक्ति की गर्दन कट गई। हादसा ज्वालापुर के धीरवाली क्षेत्र में हुआ। गंभीर रूप से घायल अधेड़ को अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालत गंभीर होने पर जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। वहीं देर शाम तक मांझे के चपेट में आने से 35 लोगों को पुलिस ने जिला अस्पताल भर्ती कराया।
पुलिस के मुताबिक नजीबाबाद बिजनौर निवासी 50 वर्षीय नरेश कुमार सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करता है। वह ज्वालापुर के धीरवाली में किराये के मकान में रहता है। रविवार को वसंत पंचमी पर पतंगबाजी के बीच नरेश अपनी बाइक पर सवार होकर किसी काम से घर से निकला था। इस दौरान वह जानलेवा मांझे की चपेट में आ गया। मांझे से गर्दन कटने से वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा।
पुलिस ने पुलिसकर्मियों ने नरेश की गर्दन में उलझा मांझा भी जब्त कर लिया। दुकानदारों से जानकारी लेने पर पता चला कि मांझा चाइनीज नहीं, बल्कि देसी है। जानलेवा चाइनीज मांझे के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई के बीच अब देसी मांझे से राहगीर की गर्दन कटने पर पुलिस के सामने एक और चुनौती खड़ी हो गई है।
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि देसी मांझे की चपेट में आकर नरेश घायल हुआ है। उसे दून के जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल रेफर किया गया है। बताया कि चाइनीज मांझे के खिलाफ अभियान लगातार जारी है।
इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं वसंत पंचमी पर सबसे ज्यादा घटनाएं दून दिल्ली हाईवे पर हुई। कंट्रोल रूम की सूचनाओं पर पुलिस दिनभर घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाती रही। जिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख अधीक्षक डॉ. विकासदीप के अनुसार मांझे से कटकर 35 लोग इमरजेंसी में आए हैं। एक को हायर सेंटर रेफर किया गया।
