मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने दिखाई समझदारी, ठगी से बचे- स्कैमर ने 80 हजार ट्रांसफर करने का बनाया था दबाव
Dehradun News नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उन्होंने मामले को समझते हुए तत्काल बेटी से फोन पर बात की तो उसने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं है। तब उन्हें पता चला कि मामला साइबर अपराध से संबंधित है। भविष्य में कोई व्यक्ति इस तरह से ठगी का शिकार न हो इसलिए उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाने में की।
साइबर ठगी के बढ़ रहे मामलों में कुछ जागरूक लोग समझदारी दिखाते हुए ठगी से बच भी रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में साइबर ठगों ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अविनाश खन्ना से ठगी का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने धनराशि देने से पहले सत्यता का पता किया, जिसके चलते वह ठगी से बच गए। इस मामले में उन्होंने साइबर थाने में शिकायत भी दी है।
डा. खन्ना ने बताया कि गुरुवार को करीब साढ़े 11 बजे उन्हें अज्ञात व्यक्ति ने वाट्सएप काल किया और बताया कि आपकी बेटी को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया है। हम मामला रफा-दफा कर रहे हैं, इसलिए तत्काल 80 हजार रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर करो।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उन्होंने मामले को समझते हुए तत्काल बेटी से फोन पर बात की तो उसने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं है। तब उन्हें पता चला कि मामला साइबर अपराध से संबंधित है। भविष्य में कोई व्यक्ति इस तरह से ठगी का शिकार न हो, इसलिए उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाने में की।
महिला का वीडियो एडिट कर ठगे 64 हजार रुपये
अज्ञात व्यक्ति ने दून की महिला का वीडियो एडिट कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। वीडियो हटाने की एवज में आरोपित ने उनसे 64 हजार रुपये ठग लिए। इस मामले में राजपुर थाना पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी तहरीर में महिला ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भेजा। देखने पर पता चला कि आरोपित ने उनकी वीडियो को एडिट किया हुआ था। वीडियो हटाने की एवज में आरोपित ने 64 हजार रुपये मांगे। इसके बाद उनके नाम पर फर्जी आइडी बनाकर अश्लील वीडियो भेजनी शुरू कर दी। थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

