2022 में मेरे जैसे कही जमीनी कार्यकर्ता को नकार कर आपने मौका परस्त नेता और कांग्रेस की सरकार की कमर तोड़ने वाले की बहु को भारी संसाधन के झोल के झांसे में 2022 में लैंसडाउन विधान सभा को गिरवी रख कर आयातित प्रत्याशी को टिकट दिया ,
उस समय जनता नाराज हो गई , अनुकृति बहुत वोट से हारी भी और ससुर जी की भविष्य की प्लानिंग के तहत बीजेपी में चली गई। कांग्रेस ने सब कुछ समझ कर भी उस समय गलती की,पहला नतीजा विधान सभा में भुगता, निसंदेह हरक सिंह को दुबारा कांग्रेस में लेने से गढ़वाल की कम से कम 7सीट हारे जो जीत रहे थे,क्योंकि जनता में गलत संदेश चला गया था,हरीश रावत जी और गोदियाल जी की छबि को भी उस समय नुकसान हुवा और अब जब लोकसभा में इन देशभक्तों की जरूरत थी तो धोखा देकर बीजेपी में चले गए, कांग्रेस को यदि आगे की राह सुधारनी है तो तुरंत हरक सिंह को भी पार्टी से निकाल देना चाहिए । ऐसे मौका परस्तो से पार्टी को नुकसान ही नुकसान है।

