उपनल कर्मियों ने 11 अक्तूबर से किया बेमियादी हड़ताल का ऐलान, सरकार के खिलाफ वेतन पर जताई नाराजगी
उपनल कर्मियों ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सरकार की एसएलपी सुप्रीम कोर्ट से निरस्त हो चुकी है। ऐसे में हाईकोर्ट का आदेश स्वत प्रभावी हो गया है और सरकार को तत्काल नियमितीकरण की कार्यवाही पर काम करना
उपनल कर्मियों ने 11 अक्तूबर से किया बेमियादी हड़ताल का ऐलान, सरकार के खिलाफ वेतन पर जताई नाराजगी
उपनल कर्मियों ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सरकार की एसएलपी सुप्रीम कोर्ट से निरस्त हो चुकी है। ऐसे में हाईकोर्ट का आदेश स्वत प्रभावी हो गया है और सरकार को तत्काल नियमितीकरण की कार्यवाही पर काम करना
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल की अध्यक्षता में देर शाम तक चली बैठक में हाईकोर्ट के आदेश और सरकार के रुख पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार नियमितीकरण और न्यूनतम वेतनमान लागू करने की कार्यवाही जल्द शुरू नहीं की तो आर पार की लड़ाई शुरू करेंगे।
वक्ताओं ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सरकार की एसएलपी सुप्रीम कोर्ट से निरस्त हो चुकी है। ऐसे में हाईकोर्ट का आदेश स्वत प्रभावी हो गया है और सरकार को तत्काल नियमितीकरण की कार्यवाही पर काम करना चाहिए।
महामंत्री विनय प्रसाद ने बताया कि यदि नौ नवंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कार्यवाही शुरू करने का ऐलान करते हैं तो अगले दिन उपनलकर्मी 25 हजार फूलमालाओं से उनका सम्मान करेंगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन करेंगे।
चेताया कि 11 नवंबर से सभी कर्मी बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे। बैठक में उपनल महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष मीना रौथाण, अंकित सैनी, अजय डबराल, महेश भट्ट, स्नेहा बिष्ट, पूजा भट्ट आदि मौजूद रहे।

